मेहनत लगन और सही मार्गदर्शन से क्या कुछ नहीं पाया जा
सकता। कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है राजधानी जयपुर के लिचना गाँव की
निवासी गजेंद्र सिंह राठौड़ व गजराज राठौड़ की सुपुत्री रुचिका राठौड़ ने।
रुचिका राठौड़ ने हाल ही में घोषित हुए सीए परिणाम में सफलता हासिल की है।
रुचिका ने न केवल अपने बल्कि अपने परिवार के सपनो को भी पूरा कर दिखाया।
हाल
ही में घोषित हुए चार्टर्ड एकाउंटेंट परीक्षा के नतीजों में लिचना की रहने
वालीं रुचिका राठौड़ ने इतिहास रचते हुए कस्बे में इस मुकाम को हासिल करने
वाली पहली लड़की के रूप में अपना नाम शुमार कर लिया है।
रुचिका
के माता पिता ने बताया कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए रुचिका ने परीक्षा
के दिनों में कड़ी मेहनत की और दिन में औसत 14 घंटे पढ़ाई की। कोरोना काल के
एक प्रयोग को अपनाते हुए अंत के एक माह उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया
एवं सभी सामाजिक बंधनों से दूरी बना ली। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल
भी अतिआवश्यक रूप से किया।
रुचिका ने अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने पिता को समर्पित करते हुए परिवारजनों एवं शुभचिंतकों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।