कर्नाटक के कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब का मुद्दा देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है, जिस पर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमला कर रही हैं I जहां भाजपा का कहना है कि यह धार्मिक प्रतीक है। उसने शिक्षण संस्थानों और कॉलेजों में तय ड्रेस कोड (यूनिफॉर्म) का पक्ष लिया है, लेकिन आम आदमी पार्टी उलट बीजेपी पर छेड़खानी के इल्ज़ाम लगाने लगी है। हाल ही में आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय आज़ाद सिंह ने स्वदेसी सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर खुद के भाषण की एक पोस्ट साझा की है, जिसमें कहा गया है: मैं भाजपाइयों से पूछना चाहता हूँ कि 90 साल तक तुमने हाफ पैंट पहना किसी ने बुरा माना क्या, किसी ने रोका क्या तुम्हें? और अब फुल पैंट पहनने का फैसला किया तो वह तुम्हारी मर्जी है।: @SanjayAzadSln
आप नेता का कहना है कि 90 साल तक भाजपाइयों ने हाफ पैंट पहना, किसी ने नहीं रोका, 90 साल बाद उन्होंने तय किया कि हम हम हाफ पैंट नहीं पहनेंगे, फुल पैंट पहनेंगे। शिक्षा, साथ, बिजली, पानी मुद्दों को छोड़कर पिछले तीन दिनों से हिजाब-हिजाब करना शुरू कर दिया है। एक गाना है: निकलो न तुम बेनकाब, ज़माना खराब है। लेकिन भाजपाइयों का कहना है कि नकाब पहनकर बेटियाँ निकलेंगी, तो हम उनके साथ छेड़खानी करेंगे। हिन्दू की बेटियाँ भी घूँघट डालकर निकलती हैं, सिखों, ईसाइयों, दलितों की भी बेटियाँ सिर ढँककर निकलती हैं। बीजेपी को दी चेतावनी
भाजपाइयों, तुम्हें मैं इस मंच के माध्यम से कहना चाहता हूँ, अपनी कार्रवाई, तरीका और दिमाग ठीक कर लो। बेटी, बेटी होती है, हिन्दू की हो या मुसलमान की। हमारी बेटियों के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश मत करना। यदि हमारे दुश्मन के साथ भी बदतमीजी यह छेड़खानी करने की कोशिश करोगे, तो तुन्हें तुम्हारी भाषा में जवाब देने का काम किया जाएगा। हाफ पैंट से फुल पैंट, सिर्फ एक विकास हुआ बीजेपी का- नेता ने कहा बेटियाँ हमारे देश की इज्जत हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम राम का नाम लेकर बेटियों के साथ बदमाशी करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती। 90 सालों में भाजपा का बस एक ही विकास हुआ है, पहले हाफ पैंट पहनते थे और अब फुल पैंट पहनते हैं। यह है पूरा मामला जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक सरकार में हिजाब को लेकर विवाद की शुरुआत जनवरी 2022 के दौरान हुई थी। उस वक्त उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में छह छात्राएँ उस समय हिजाब पहनकर कॉलेज पहुँच गईं, जब कुछ दिन पहले कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया था। मामला बढ़ते-बढ़ते कोर्ट में पहुँच गया। कर्नाटक सरकार ने राज्य में कर्नाटक एजुकेशन एक्ट-1983 की धारा 133 लागू कर दी है। इसके तहत सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म अनिवार्य कर दी गई है। बीजेपी का पक्ष बीजेपी का पक्ष एकदम स्पष्ट है कि स्कूल-कॉलेजों में धर्म को शामिल करना सही नहीं है। बच्चों को सिर्फ शिक्षा की जरूरत है। विद्यार्थियों का काम केवल पढ़ना-लिखना और स्कूल के कायदे-कानूनों का पालन करना है। लगभग सभी टिप्पणियाँ फर्जी हैं, क्योंकि इसका कोई स्पष्ट सबूत नहीं है। बीजेपी के विकास से सारा देश वाकिफ है, इसे पैंट की उपाधि देकर बेइज्जती कतई विकास की परिभाषा नहीं बताती।