जयपुर। स्थान महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम, समय शाम के ठीक 4.30 बजे हैं। पूरा माहौल कोरोना-ओमीक्रॉम के विस्फोट की दहशत और गुलाबी नगर में पड़ रही कड़ाके की ठंड से सहमा-सहमा से नजर आ रहा है। आज यहां चौदहवें जयपुर इंटरनेशनल फैस्टिवल की शुरूआत की जा रही है। कल्पनाएं और तैयारियां बहुत थीं, जज्बा ऐसा था कि 750 की क्षमता वाला महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम देश - विदेश के फिल्म प्रेमियों की मुस्कान से हाउस फुल हो जाए लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण इसे सीमित करना पड़ा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
उद्घाटन करने और जावेद सिद्दिकी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजने
के लिए तत्पर थे लेकिन कोरोना की चपेट में आने की वजह से वो नहीं आ पाए,
लेकिन उन्होंने इसके आयोजकों और सिने प्रेमियों को भेजे संदेश में कहा कि
देश - विदेश से आने वाले सिने प्रेमियों का मैं जयपुर में स्वागत करता हूं।
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सीमित दर्शक संख्या के बीच शुरू हुए
फिल्म फैस्टिवल और वहां मौजूद चंद सिने प्रेमियों ने परिसर को शो मस्ट गो
ऑन के जज्बे से सराबोर कर दिया।
जावेद सिद्दिकी नवाजे गए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से
इस
मौके पर बॉलीवुड के जाने-माने स्क्रीन प्ले और डॉयलॉग राइटर जावेद
सिद्दिकी को जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फैस्टिवल के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
से नवाजा गया। जिफ के फाउंडर डायरेक्टर हनु रोज और प्रवक्ता राजेन्द्र
बोड़ा ने उन्हें शॉल, श्रीफल और सम्मान पट्टिका प्रदान कर फिल्मों में उनके
योगदान को चिन्हित किया। हॉल में मौजूद सिनेप्रेमियों ने जावेद सिद्दिकी
को स्टैंडिंग ओवेशन देकर अपनी खुशी का इज़हार किया। इस मौके पर जावेद
सिद्दिकी ने कहा “सारी जिन्द्गी मैं शब्दों से खेलता रहा, उन्ही की तिज़ारत
की, लेकिन कभी – कभी ऐसा मौका आता है, जब लब्ज़ कम पड़ जाते हैं और आज वही
मौका है। मैं बचपन से आज तक जयपुर की तहज़ीब, यहां की वास्तुकला और
संस्कृति के बारे में सुनता आ रहा हूं, लेकिन अब मुझे लगता है कि जयपुर जिफ
के माध्यम से फिल्मों का नया इतिहास लिख रहा है।” इसके बाद समारोह की
शुरुआत पद्मश्री गुलाबो सपेरा एवं उनके साथी कलाकारों की ओर से प्रस्तुत
रंगारंग कार्यक्रम से हुई।
जावेद सिद्दिकी – एक परिचय
वर्ष
1942 को रामपुर में जन्मे 80 वर्षीय जावेद सिद्दकी ने अपने फिल्मी कैरियर
में साठ से भी अधिक हिट, सुपर हिट और ब्लॉक बस्टर फिल्मों के स्क्रीन प्ले
और डॉयलॉग लिखकर इस क्षेत्र में खासी शोहरत हासिल की है। उन्हें 1994 में
सुपर हिट रही फिल्म बाजीगर के स्क्रीन प्ले और 1996 की ब्लॉक बस्टर फिल्म
दिल वाले दुलहनिया ले जाएंगे के डायलॉग राइटर के रूप में प्रतिष्ठित फिल्म
फेयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा जावेद को 1996 के सुपर हिट
फिल्म राजा हिन्दुस्तानी के स्क्रीन प्ले राइटर के रूप में स्टार स्क्रीन
प्ले अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
14 श्रेणियों में पुरस्कृत हुइं 129 फिल्में
समारोह
के तहत 14 विभिन्न श्रेणियों में कुल 129 फिल्में पुरस्कृत हुईं। कुल 129
अवार्ड विजेता फिल्मों से करीब पचास फिल्मों के निर्माता, निर्देषक,
अभिनेता, अभिनेत्री और स्क्रिप्ट राइटर समारोह में आए और लोगों की हौसला
अफजाई के बीच शहर की नामी हस्तियों से पुरस्कार ग्रहण किए। विजेताओं को
पद्मश्री एस. शाकिर अली, पद्मश्री तिलक गिताई, पद्मश्री गुलाबो, बॉलीवुड
सिंगर रवीन्द्र उपाध्याय, बॉलीवुड सिंगर वीणा मोदानी, कथक गुरू मंजरी किरण
महाजनी, और सुप्रसिद्ध चित्रकार संजीव शर्मा सहित देश विदेश के पचास से भी
अधिक निर्माता, निर्देशक और शहर के प्रमुख समाज सेवियों और संस्कृति
कर्मियों ने अवार्ड प्रदान किए।
इन फिल्मों को दिए गए अवार्ड
गोल्डन
कैमल अवार्ड : पोलैंड की ‘लीडर’ निर्देशक : काटिया प्रीवीजेन्स्यू, ग्रीन
रोज अवार्ड : भारत की ‘नानी’ निर्देशक : समविद आनंद, यैलो रोज अवार्ड :
रोमानिया की ज़ोरीलोज़ सीक्रेट (र्व्ल्ड प्रामियर फिल्म) निर्देशक : रॉबर्ट
इयूगन पोपा, बेस्ट एक्ट्रेस : स्वीटजरलैंड की मतिल्दा दे एंजल्स फिल्म :
एटलस, बेस्ट एक्टर : भारत के यशवंद आनन्द गुप्ता फिल्म : 4 सम, बेस्ट
औरिजनल स्क्रीन प्ले अवार्ड : पोलैंड की ‘लीडर’, बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री
: अनसीन मेघालय निर्देशक : भारत के सपन नरूला, बेस्ट शॉट फिल्म अवार्ड
आइसलैंड की ‘ब्रदर ट्रोल’ निर्देशक : गुडमुंड हेलम्सडे, बेस्ट फीचर
डॉक्यूमेंट्री अवार्ड : टर्की की सडान हैनिम निर्देशक : गोकसेल म्यूलेनसॉय,
बेस्ट वेबसीरीज अवार्ड : ऑस्ट्रेलिया की ‘कैनसिल्ड’ निर्देशक : ल्यूकी ईव
बेस्ट शॉर्ट मोबाइल फिल्म अवार्ड : फ्रांस की गार्डन पार्टी निर्देशक :
डीडियर्स मूलर, बेस्ट सांग अवार्ड : यूनाइटेड स्टेट्स की मयूरी जोशी
निर्देशित ‘कॉपर लाइन्स’, बेस्ट एड फिल्म : यूनाइटेड स्टेट्स के ए.जे.
कामदार निर्देशित 2016 की मिस यूएसए रनर अप नादिया मैजिसिया पर फिल्माई
इंटरेक्टिव फूड फिल्म।
राजस्थान की इन फिल्मों को मिला अवार्ड
बेस्ट
शॉर्ट फिक्शन फिल्म : आनंद सिंह चौधरी की ‘वाशिंग मशीन’, गजेन्द्र शंकर
शोत्रिय की ‘लाठी’, राघव जी तिवारी की ‘द मेकअप आर्टिस्ट’। स्पेशल ज्यूरी
मेंशनशॉर्ट फिक्षन फिल्म अवार्ड : आरजे मोहित की ‘द लास्ट कॉल’, बेस्ट सांग
अवार्ड : गौरव भट्ट निर्देशित ‘रोशनियाँ’, स्पेशल ज्यूरी मेंशन अवार्ड फॉर
सांग : तनमय सिंह की ‘होल्डिंग मी बैक’ और बेस्ट फीचर फिक्षन अवार्ड :
आदित्य पटवर्धन की ‘ए नो मैड रिवर’, संजय निर्वाण निर्देशित वीरांगना और
हेमन्त सिरवी निदेशित ‘आटा’ को दिया गया।
जीटी सैंट्रल स्थित ऑयनॉक्स में 8 जनवरी से दिखाई जाएंगी अवार्डेड फिल्में
फिल्मों
की स्क्रीनिंग का सिलसिला 8 से 11 जनवरी तक चलेगा जो सुबह 10 बजे से रात
10.बजे तक जारी रहेगा। यहां दिखाई जाने वाली कुल 108 फिल्मों से 90 फिल्में
वो होंगी जिनको इस बार पुरस्कृत किया जा रहा है। यहां 8 जनवरी को 10
देशों की 31, 9 जनवरी को 13 देशों की 23, 10 जनवरी को 15 देशों की 32 और 11
जनवरी को 8 देशों की 22 फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
52 देशों की 279 फिल्मों की होगी हाईब्रिड मोड पर स्क्रीनिंग
जिफ
के प्रवक्ता राजेन्द्र बोड़ ने बताया कि इस समारोह में 52 देशों की 279
फिल्मों की हाईब्रिड मोड पर स्क्रीनिंग की जाएगी। 8 जनवरी को 26 देशों की
70, 9 जनवरी को 24 देशों की 68, 10 जनवरी को 21 देशों की 66 और 11 जनवरी
को 22 देशों की 69 फिल्मों की ऑनलाइन स्क्रीनिंग की जाएगी। ऑनलाइन शिड्युल
की गई फिल्में 24 घंटे यानि अगले दिन की रात 12 तक लाइव रहेंगी जिन्हें
जिफ की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।