श्री वेदान्ताचार्य विद्या वाचस्पति परम पूज्य श्री ध्यानारामजी महाराज जी की अध्यक्षता में ब्रह्मर्षि खेतेश्वर वेद विज्ञान गुरुकुल उच्च प्राथमिक विद्यालय मायलावास सिवाणा बाड़मेर में अभिभावक आचार्य सम्मेलन सत्र 2021-22 का आयोजन आयोजित किया गया।
ब्रह्मर्षि खेतेश्वर वेद विज्ञान
गुरुकुल मायलावास सिवाणा, बाड़मेर शुक्रवार को प्रातः 10.30 बजे सन्त श्री
संस्थान के तत्वाधान में अंन्नत विभूषित, ब्रह्माचार्य, ब्रह्मा सावित्री
सिद्ध पीठाधीश्वर श्री सद्गुरुदेव जी श्री तुलासाराम जी महाराज के विशिष्ट
पावन सान्निध्य में एवं श्री वेदान्ताचार्य विद्या वाचस्पति परम पूज्य श्री
ध्यानारामजी महाराज जी की अध्यक्षता में ब्रह्मर्षि खेतेश्वर वेद विज्ञान
गुरुकुल उच्च प्राथमिक विद्यालय मायलावास सिवाणा बाड़मेर में अभिभावक आचार्य
सम्मेलन सत्र 2021-22 का आयोजन आयोजित किया गया।
इस अवसर पर ऋषिकुमारों ने
अपनी विभिन्न कार्यक्रमों रंगारंग पस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया
कार्यक्रम का श्रीगणेश श्री वेदान्ताचार्य डॉ. ध्यानाराम जी ने द्वीप
ज्योति प्रज्वलित कर किया। इस पावन अवसर पर क्षेत्रिय विधयाक माननीय
हमीरसिंह भायल सिवाणा उपस्थित रहे एवं उन्होंने अपने उद्बोधन भाषण में कहा
कि हमारी वैदिक शिक्षा पद्धति सर्वश्रेष्ठ शिक्षा पद्धति है इस पद्धति से
बालक का सर्वांगिण विकास सम्पन्न युवाओं का निर्माण होगा।
भारत में
विलुप्त होती इस वैदिक शिक्षा प्रणाली की पुनः स्थापना की आवश्यकता महसुस
हो रही है। डॉ. वेदान्ताचार्य जी ने अपने उद्बोधन में समाज को संबोधित करते
हुए कहा कि खेतेश्वर भगवान व पूज्य आत्मानन्द जी महाराज के दिव्य प्रेरणा व
अन्नत विभूषित ब्रह्मर्षि ब्रह्मचार्य सद्गुरुदेव जी की सत्प्रेरणा हर
जिला स्तर पर व तहसील स्तर पर गुरुकुल निर्माण कर गुणवता एवं संस्कारयुक्त
शिक्षा को समाज के लिए सुलभ बनाया जायेगा।
इस शुभ
अवसर पर भामाशाओं ने संस्थान सहयोगार्थ विभिन्न घोषणाएं की एवं इस अवसर पर
श्री ब्रह्मर्षि खेतेश्वर वेद विज्ञान गुरुकुल शिक्षा समिति मायलावास के
सचिव लालसिंह, कोषाध्यक्ष, जेठूसिंह एवं समिति पदाधिकारी अशोकसिंह,
शंकरसिंह, भवरसिंह, विशनसिंह, विद्यालय प्रधानाचार्य डॉ. लालसिंह जावला,
सम्पतसिंह, मोतीलाल, स्वरूपसिंह, प्रमोद उपाध्याय, प्रवीणसिंह, कुलदीपसिंह,
बांकसिंह, रमेशसिंह, सुखदेवसिंह एवं सैकड़ो की संख्या में अभिभावक गण
उपस्थित रहे। डॉ. लालसिंह ने विद्यालय प्रतिवेदन पढ़कर सुनाया।
इस कार्यक्रम
के दौरान विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेने वाले ऋषिकुमारों को पुरस्कार
देकर सम्मानित किया कार्यक्रम का मंच संचालन सुखदेव सिंह ओसिया ने किया।