जयपुर। विश्व भर में जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [जिफ] अब अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है। 12 वर्षों से जिफ लगातार प्रगति की ओर है। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्ट और आर्यन रोज़ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [ जिफ] का आगाज़ इस वर्ष 17 से 21 जनवरी को आयनॉक्स सिनेमा हॉल, जी.टी. सेन्ट्रल में आयोजित होने जा रहा है। वहीं जयपुर शहर में आयोजित होने वाले जिफ में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह जिफ की एक बड़ी उपलब्धि है कि यहां दुनिया भर में सबसे अधिक संख्या में फिल्मों का चयन होता है। या यूं कहें, यहां होता है विश्व की फिल्मों का हाइएस्ट सलेक्शन।
14 देशों की 54 फिल्मों का चयन
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली फिल्मों की दूसरी लिस्ट [सूची] जारी की गई। जहां पहली लिस्ट में 65 देशों से आई 219 फिल्में चुनी गई हैं, वहीं दूसरी लिस्ट में 14 देशों की 54 फिल्मों का चयन किया गया। 98 देशों से आई कुल 2411 फिल्मों में से यह फिल्में चुनी गई हैं। कॉम्पिटीटिव फिल्में रहीं 21, जिसमें 4 फीचर फिक्शन फिल्म | 1 डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म | 2 डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म | 11 शॉर्ट फिक्शन | 1 एनिमेशन फिल्म | 1 एड फिल्म और 1 सॉन्ग शामिल हैं। चुनी गई डेस्कटॉप फिल्में हैं 33, जिसमें 2 एनिमेशन शॉर्ट फिल्म | 2 डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म | 6 डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म | 13 फीचर फिक्शन फिल्म और 10 शॉर्ट फिक्शन फिल्में शामिल हैं।
यू.के., यू.एस., ऑस्ट्रेलिया, चीन, स्विट्जरलैण्ड, स्पेन, रशिया, ईरान, अर्जेन्टीना, पोलैंड, ब्राजील, ग्रीस, बुल्गारिया, फ्रांस के अलावा इस बार सर्बिया, चिली और कोस्टारिका जैसे देशों की फिल्में भी जुड़ी हैं।
राजस्थान के लोगों के लिए यह बहुत खुशी और गर्व की बात है कि आगामी वर्ष 2020 में जनवरी माह में होने वाले जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में राज्य की कई फिल्में प्रदर्शित होंगी। राजेश सेठ के निर्देशन में बनी शॉर्ट फिक्शन फिल्म वेटिंग टिल टुडे दिखाई जाएगी। राहुल सूद निर्देशित शॉर्ट फिक्शन फिल्में – पापा नहीं मानेंगे और मज़ार – ए – लैला मजनू फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। डॉ. हेमा उडावत के निर्देशन में बना चार मिनट लम्बा सॉन्ग [गीत] करीब दिखाया जाएगा। राजस्थान से राजेश सोनी निर्देशित शॉर्ट फिक्शन फिल्म सबक और पूर्णिमा कौल की डॉक्यूमेंट्री फिल्म हौसले की उड़ान दिखाई जाएगी। वहीं, राजस्थान की राजधानी जयपुर पर बनी फिल्म अलबेलो जयपुर का भी जिफ में प्रदर्शन होगा। जानना ख़ास है कि चन्दन सिंह ने 5 मिनट की यह शॉर्ट फिल्म बनाई है।
गुलाबी शहर की ख़ूबसूरती दिखाती है फिल्म अलबेलो जयपुर
फिल्म अलबेलो जयपुर गुलाबी शहर की ख़ूबसूरती को गुलाबी रंग के लैंस से दिखाती है। चन्दन सिंह शेखावत के निर्देशन में बनी यह फिल्म हाइपर लैप्स और टाइम लैप्स जैसी ख़ास तकनीकों का उपयोग करते हुए शहर के 365 दिनों को महज़ 4 मिनट 39 सैकंड में दिखाती है। अलबेलो जयपुर आपको गुलाबी शहर की अनूठी लोक कला और संस्कृति के कई रंग दिखाती है, जिसे देख किसी को भी इस शहर से प्यार हो जाएगा। चन्दन सिंह शेखावत बताते हैं कि वह शुरू से विजुअल स्टोरी टैलिंग में रुचि रखते हैं, और फिल्म उनके लिए ख़ुद को बयां करने का एक ज़रिया है।
ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरुक करेगी डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव
तेज़ी से बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए विनोद सैम ने फिल्म बनाई है, जिसका नाम है - डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव। यह एक विज्ञापन फिल्म है, जो लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरुक करती है। फिल्म राहुल प्रकाश [पुलिस उपायुक्त, यातायात जयपुर] के सहयोग से बनाई गई है, जिसमें राजस्थान के जाने – माने गायक रवीन्द्र उपाध्याय ने अभिनय भी किया है।
डूबी का प्रदर्शन होगा ख़ास
फिल्म में ऑस्कर विजेता रेसुल पुकुट्टी ने की है साउंड डिजाइनिंग
फिल्म डूबी का जिफ में प्रदर्शन होना ख़ास है। फिल्म के लेखक और निर्देशक हैं कैथ गोम्स, वहीं फिल्म में को – प्रोड्यूसर हैं मार्क बशैट। ख़ास बात यह है कि मार्क बशैट को पिछले साल जिफ के मंच से ही इंट्रोड्यूस किया गया था। वहीं फिल्म में साउंड डिज़ाइन दिया है रेसूल पुकुट्टी ने, जो स्लमडॉग मिलिनेयर फिल्म में साउंड डिजाइनिंग के लिए ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। पुकुट्टी पद्म श्री, बेस्ट ऑडियोग्राफी के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड और बाफ्टा अवॉर्ड भी हासिल कर चुके हैं।