मुम्बई: माइंडफ़ुलनेस इंडिया समिट का दूसरा संस्करण भारी सफलता और कई उपलब्धियों के साथ समाप्त हुआ। यहां न्यूरोसाइंस के ज़रिए सचेतन मन और भावनात्मक सूझ-बूझ पर गहन विचार-विमर्श हुआ ताक़ि तमाम संगठन, शिक्षा और स्वास्थ्य का क्षेत्र लाभान्वित हो सकें और लोगों को एक ख़ुशनुमां ज़िंदगी गुज़ारने का मंत्र मिल सके. इस सम्मेलन में दुनियाभर के जानकारों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने अपने बहुमूल्यों अनुभवों, सीखी गयीं बातों और केस स्टडीज़ को साझा किया। माइंडफ़ुलनेस इंडिया समिट अपने आप में दुनिया का अकेला ऐसा सम्मेलन साबित हुआ जहां अध्यात्म, धर्म-निरपेक्ष और ध्येयपूर्ण सचेतन मन का ऐसा विस्तृत, लाभकारी और विविधता से भरे अनुभवों का समागम देखने को मिला।
माइंडफ़ुलनेस इंडिया समिट का समापन
नवंबर 04, 2019
मुम्बई: माइंडफ़ुलनेस इंडिया समिट का दूसरा संस्करण भारी सफलता और कई उपलब्धियों के साथ समाप्त हुआ। यहां न्यूरोसाइंस के ज़रिए सचेतन मन और भावनात्मक सूझ-बूझ पर गहन विचार-विमर्श हुआ ताक़ि तमाम संगठन, शिक्षा और स्वास्थ्य का क्षेत्र लाभान्वित हो सकें और लोगों को एक ख़ुशनुमां ज़िंदगी गुज़ारने का मंत्र मिल सके. इस सम्मेलन में दुनियाभर के जानकारों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने अपने बहुमूल्यों अनुभवों, सीखी गयीं बातों और केस स्टडीज़ को साझा किया। माइंडफ़ुलनेस इंडिया समिट अपने आप में दुनिया का अकेला ऐसा सम्मेलन साबित हुआ जहां अध्यात्म, धर्म-निरपेक्ष और ध्येयपूर्ण सचेतन मन का ऐसा विस्तृत, लाभकारी और विविधता से भरे अनुभवों का समागम देखने को मिला।