नई दिल्ली: राजस्थान के बाड़मेर की निवासी रूमा देवी ने देश ही नहीं, दुनिया में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है. महिला सशक्तिकरण की मिसाल के रूप में स्थापित रूमा देवी को राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला. उन्होंने केबीसी में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज करवाई और कई अन्य प्रतिष्ठित अवॉर्ड भी मिल चुके हैं.
रूमा देवी को प्रयासों से गांवों की हजारों महिलाओं को रोजगार मिल रहे हैं. इसी योगदान के कारण अब ट्राइब्स इंडिया ने रूमा देवी को 'गुड विल एंबेसडर' बनाया है. रूमा देवी काफ़ी समय से आदिवासियों को मार्केट उपलब्ध करवाने और डिजाइनिंग में सहायता कर रही हैं. सोमवार को फैशन शो में रूमा देवी मॉडल्स के साथ-साथ दस्तकारों को भी रैंप पर लेकर आईं. शो में देश-विदेश के जाने-माने फ़ैशन डिजाइनर भी मौजूद रहे.
शो के दूसरे दिन रूमा देवी ने महाराष्ट्र, नागालैंड, कश्मीर, उड़ीसा, राजस्थान, उत्तराखंड और मणिपुर के आदिवासियों के साथ मिलकर तैयार किया कलेक्शन रैंप उतारा. शो में कनाडा, स्विजरलैंड, फ्रांस, न्यूयॉर्क के डिजायर मौजूद रहे.
रूमा देवी ने कहा कि करीब 21 महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया है. गांवों की महिलाओं को सशक्त करने का प्रयास किया, जो आज दुनिया में पहचान बना चुका है. यही कारण है कि ट्राइब्स इंडिया ने गुड विल एंबेसडर बनाया है.
रूमा देवी को प्रयासों से गांवों की हजारों महिलाओं को रोजगार मिल रहे हैं. इसी योगदान के कारण अब ट्राइब्स इंडिया ने रूमा देवी को 'गुड विल एंबेसडर' बनाया है. रूमा देवी काफ़ी समय से आदिवासियों को मार्केट उपलब्ध करवाने और डिजाइनिंग में सहायता कर रही हैं. सोमवार को फैशन शो में रूमा देवी मॉडल्स के साथ-साथ दस्तकारों को भी रैंप पर लेकर आईं. शो में देश-विदेश के जाने-माने फ़ैशन डिजाइनर भी मौजूद रहे.
शो के दूसरे दिन रूमा देवी ने महाराष्ट्र, नागालैंड, कश्मीर, उड़ीसा, राजस्थान, उत्तराखंड और मणिपुर के आदिवासियों के साथ मिलकर तैयार किया कलेक्शन रैंप उतारा. शो में कनाडा, स्विजरलैंड, फ्रांस, न्यूयॉर्क के डिजायर मौजूद रहे.
रूमा देवी ने कहा कि करीब 21 महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया है. गांवों की महिलाओं को सशक्त करने का प्रयास किया, जो आज दुनिया में पहचान बना चुका है. यही कारण है कि ट्राइब्स इंडिया ने गुड विल एंबेसडर बनाया है.